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  • 2 days ago
मुस्तफाबाद बिल्डिंग हादसे में 11 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? देखें विशेष

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00:00मुझा प्रिग जान वाल
00:13प्रिग्णल
00:15मुझा बाप प्रिग्णल
00:19प्रिगोट
00:20प्रिग्षब
00:27नमस्कार विशेश में आप सभी का स्वागत है मैं हूँ राजीव ठॉन डियाल विशेश में आज सबसे पहले बात करेंगे देश की राजधानी दिली की जहाँ पर मुस्तफवाबाद में बड़ा हाथसा हुआ है
00:49दिली में लगातार इस तरह की हाथसे बढ़ रहे है मुस्तफवाबाद इलाके में कल देरात को एक इमारत गिर गई जिसमें अब मौत का हकड़ा बढ़ गया है
00:56ग्यारा लोगों की मौत हो गई है यह बड़े ख़बर आपको देते हैं मुस्तफवाबाद में बिल्डिंग गिरी जिसमें अब ग्यारा लोगों की मौत हो गई है
01:03मुस्तफाबाद इलाके में rescue operation भी लगातार जा रही है
01:07और 12 घंटे से जादा समय बीच चुका है
01:09और rescue operation जा रही है
01:1022 लोग अब तक निकाले भी जा चुके हैं
01:13जसमें से 11 लोगों की जान चली गई है
01:15अभी भी कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका
01:18और यहाँ पर अब स्निफर डॉक्स की मदद भी ली जा रही है
01:21यह जानने के लिए कि अभी कितने लोग भीतर फासे हुए हैं
01:24और मुस्तफाबाद से ही हमारे समधता खबर पर ज़्यादा जानकारी के साथ जुड़ गए है
01:29सुर्षांत इससे में क्या आहलत है रेस्क्यू उप्रेशन चे जुड़े अपडेट्स भी दें कि क्या टीम को लग रहा है
01:34कितने लोग अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं
01:37देखे राजी सबसे पहले मैं आपको तस्यीरे दिखा दू मुस्तफाबाद की
01:44कल देर रात को अगर कहा जाए धाई बज़े क्यास पास ये पूरा हाथसा हुआ था
01:48और तब से लेकर अब तक NDRF दिल्ली फायर सर्विस और सिबिल डिफेंस के तमाम वालिएंटर्स है
01:53वो लगातार यहां पर सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं हलाकि रेस्क्यू ऑपरेशन भी जो है वो फिलाल खतम हो गया क्योंकि
01:5822 लोगों के दबे होने की आशंका थी जिनमें से 11 लोगों की जान जो है वो अब तक सरकारी आख़ों के मताबिक जो है वो इस पूरे हाथसे में हो चुकी है
02:07और लगबग 11 लोग थे जो की दबे हुए थे जिनको फिलाल शुरुवाती जो अपचार है उसके बाद उनको हॉस्पिटल से छुप्टी भी जो है वो मिल गई है कई सारे लोग अभी भी हॉस्पिटल में एडविट है लेकिन अभी भी आगर आप देखेंगे तो मलवा कि
02:37बिल्डिंग के जब कॉलैप सुई तब उस बीच में तो दब नहीं गए उसको लेकर के सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है अगर आप देखेंगे डॉग स्क्राइट्स की मदद ली जारी है इलाके के जो लोग है वो भी लगातार यहां पर काम कर रहे हैं डियारक की कमां�
03:07जो बिल्डिंग से उनके भी डाइमेज वो हुआ है कि सारी गारिया की बहुत बड़ा अपडेट आप दे रहे हैं कि 22 लोगों के दबे होने के आशंका थे जिसमें से 22 में निकाला गया लेकिन 11 लोगों के इसमें मौत हो गए है और अब सिर्फ उन लोगों को ढूंडा जा
03:37वो होना सभाविक है क्योंकि जिस वक्त ये हाथसा हुआ बताए है ये लोकल लोगों के तरफ से कहा जा रहा है कि ये जो बिल्डिंग थी जिसमें जो लोग रह रहे थे इसमें करायदार भी थे मकान माली भी थे और इस बिल्डिंग के अंदर नीचे एक शॉप थी और इस
04:07गए लेकिन कोई एक्शन जो है वो नहीं हुआ जिसके कारण एक बड़ा हाथसा जो है वो दिल्ली के अंदर हुआ अगर मैं अपने कैमरमेंट से कहूंगा कि वो तस्वीरे दिखाए कि आजपास बड़ी बड़ी मन्जिल जो है वो यहाँ पर आपको नजर आएंगी आखि
04:37मारतें गिर क्यों रहे हैं आखिर दिल्ली में इस तरह के हाथसे लगातर बढ़ क्यों रहे हैं आखिर कौन इसके लिए जिम्मेदार है सबसे बड़ा सवाल
04:44आखिर कब तक देश की राजधानी इस तरह हाथसों का शिकार होगी
05:03आखिर कौन इस तरह के हाथसों का जिम्मेदार आखिर कब तक इस तरह के हाथसों में लोग अपनों को खोते रहें
05:09देखे इस CCTV तस्वीर को रात करीब धाई बजे का वक्त है
05:14दिल्ली का मौसम करवट लेता है और मुस्तफ़वाद इलाके में एक चार मंजिला इमारत जमिदोस हो जाती है
05:21इस वक्त हम मौझूद है दिल्ली पुलिस फायर सर्विस तमाम लोग यहाँ पर लगे हुए
05:41रेस्क्यू करने में पूरी इमारत जो गिरी है आशंका है कि तीन से चार फैमिली वहाँ पर उस इमारत में रहती थी
05:49करीब 10 साल पुरानी यह इमारत थी
05:52जिस छट के नीचे सुकून की नीन सोने के लिए इंसान पूरी सिंद्गी मशक्कत करता है
05:57एक रात ऐसी आती है कि वो फिर कभी नहीं उट पाता
06:00इस बिल्डिंग में करीब चार परिवार रहते थे
06:02जिसमें बच्चे थे, महिलाएं थी और बुजर्ग भी थे
06:05लेकिन अब उनकी तलाश इन मलवा में की जा रही है
06:08रात में धाई बजे जब लोग गहरी नीद में सो रहते
06:13तो उस वक्त ये हास्रा हुआ है
06:15रात में लोग जो आसपास थे आगर आप देखेंगे
06:19CCTV तो लोग उस वक्त कोई भी नजर नहीं आ रहा था
06:22अचानक से धाई बजे के आसपास एक तेज आवाद लोगों ने सुनी
06:26और जब बार देखें तो ये पूरी इमारत जो थी
06:29वो एकदम ताश के पत्तों की तरह ये इमारत ढहे गई थी
06:33आप ये नीचे की तस्मीर अगर देखेंगे
06:35तो यहाँ पर पुली जो रेस्क्यू टीम है जग़ जग़ देखिए
06:39वो यहाँ पर काटने का काम कर रही है लेंटर
06:43और लेंटर किस तरीके से काटा जा रहा है
06:45उसके बाद अंदर जो लोग फसे हैं उनको एक-एक करके निकाला जा रहा
06:49वो देखिए अंदर के सारे समान, कपड़े धीरे-धीरे करके सब कुछ यहां से निकाला जा रहा है
06:55NDRS की एक बड़ी टीम यहां पर रेस्क्यू में लगी हुई है
06:59मुस्तफाबाद के इस इलाके में घली आबादी, तंग गलियां हैं
07:04ऐसे में बड़ी गाड़ियां मल्वे के लिए नहीं आ सकती हैं, जिसकी वज़त से रेस्क्यू करना आसान नहीं था
07:08यह पूरा इलाका सहीज, गलियों के अंदर है, तो इसलिए बड़ी गाड़ियां यहां पर बुल्डोजर जैसी चीजे नहीं आ सकती हैं
07:18और रेस्क्यू भी करने में दिक्कत होगी, तो इसलिए इस तरीके के कटर लाएगा हैं, छोटे, जिसे मैनुवली मदद ली जा सके, काम किया जा सके, तो किया जा रहा है, आपको, हम आगे की तस्वीरे दिखाते हैं, यह आप देखिए, यह किस तरीके से जो लिंटर है, �
07:48जिसकी वज़ा से हाथ सागवा, तो इसके पहले निकाला था, बिल्डिंग कोलाप्स ही दिकाला था, एग्जक्ट फिगर आपको वहीं हॉस्पिडल से ही मिलेगा, तो टोटल मैं यह बता सकता हूँ कि चौदा पहले निकाले था, आर्ट अबी होगे, तो तब जो आदमी �
08:18पहले निकाला था, वो तो रेस्पॉंड कर रही थी, हाथ से में करीब 22 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जिसमें से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि घायलों का स्पताल मेलाज चल रहा है, दिन भर परिवार के नोग, ना माखों के साथ, अपनों को मलबे से बाहर निकाल
08:48चाची चाचा है, लड़के हैं नाजिन, कितने कौन से फ्लोर पे रहते हैं, फश फ्लोर पे ले रहे हैं, तो क्या अभी तक निकाले जा पाए, चाचा चाची है और और निकाले गए, एक लड़का निकाले गए, एक उनका बेटा निकाले गए, क्या उम्रतिव थी, सब सा
09:18दिल्ली की सीम रेखा गुपता ने मुस्तफभाबाद में चार मंजिला इमारत गिरने की घतना में 11 लोगों की मौत पर कमभीर समवेदना जाहिर की है
09:32वहीं जाँच के आदेश थी
09:33सेंस्टिव विशह है कि जिस तरीके से ऐसी कमजोर बिल्डिंग्स का निर्मान हो रहा है
09:41उसकी सारे नियमों को ताक पे रख करके इस तरह की भवन निर्मान में जो अधिकारी दोशी है
09:49उनको भी सजा मिलनी चाहिए जो कॉंट्रैक्टर या जो बिल्डर उसमें लगा है उसको भी सजा मिलनी चाहिए
09:57और यह इतनी जिस तरह की बिल्डिंग्स यहां पर पूरे के पूरे शहर में हैं
10:01उन सब को नोटिफाइड करके उन पर एक्शन होना चाहिए इस तरह से दुरगटना होने के कारण
10:08लोगों का मारा जाना, शतीगरस्त होना हम सब के लिए बड़ा पीडा दायक है
10:14और प्रशाशन को पूरी तरीके से थाकीत किया गया है, दोशी लोग्यों को सजा मलनी चाहिए
10:19MCD मेयर महिश कीची ने निगम के कमिशनर से दोशी अधिकारियों के खिलाफ कारणवाई के आदेश दिये
10:25वो इस सरकार मामले पर कारणवाई का भरोजा दे रही
10:28बहुत ही पतली दिवाल पे चार मंजल बिल्डिंग बन गई थी और अचानक से गिर गई
10:35तो लोगों को सावधान रहना चाहिए ऐसी घटनाओं से एक संदेश ये भी जाता है कि हम अपना घर इतनी जल्दी जल्दी में बना लेते हैं
10:47बिना किसी तैयारी के बना लेते हैं और इसका ये खामियाजा हो जाता है पीछे अभी एक और बिल्डिंग गर गई थी बुराडी में
10:56तो लोग इससे सीख भी लें और पहले इसको जो लोग दवे हैं उनको हम निकालने की कोशिस करें
11:04अब सवाल है कि इस तरह की इमारत की जास्त कौब देता है आखिर कौन लोग अपनों की जिन्दी के साथ खिलवाल करते हैं और कब तक दिल्ली ऐसे हाथों का शिकार कोटी रही ते हिमान शुमिश्टा दिल्ली आज तक
11:17मुस्तफाबाद में रस्की ऑपरेशन अब खत्म हो गया और 11 लोगों की मौत हो गया है आसपास के लोगों से हमारे समवादा तने खास बातचेत क्या पको सुनाते हैं
11:30आपका कौन था अंधर देवर दो बहुत होते कितने बच्चे किते बड़े सारा ही परिवार है दो बहुट बेट में अल्दान कोई नजर नहीं आया अभी फ्लोर पे रहते थे यह नीच वाली पर रहते तो जीए और परिवार में कितने छे साथ लोग जादा ही थे हैं
11:59जादी थे और किरायधार अलगते पूरी बिल्डिंग में कितनी लोग बिल्डिंग में 20 पिलस बंदर अच्छा ये बताएं कि जो लोग निकाले गए हैं उनमें क्या आपके परिवार के लोग थे हमारे परिवार के बच्चे छोट-छोटे निकाले अस्पताल में भरती हैं �
12:29बिल्डिंग कितनी पुरानी रही है? 20-25 साल, कुछ लोग तो कहरें 10 साल पुरानी जूट बोले नीचे का पुराना उपर वो जल्दी में बनाएं नीचे का बिल्डिंग पहले हैं
12:45उपर नीचे कितना था पहले एक मंजिल या दो मंजिल कब बनी बागी की दो मंजिल अभी दो चार साल हूँए होंगे
12:54बागी दो तिन फैमलिया उट घर की थी उनके लड़के थे साधिसोधा लड़के थे उनके बच्चे थे
13:12तो दो-तिन फैमिलियां उनकी हो गई थी और बागी किराइप उपर रहते थे
13:15तो आप ये देखें कई सरे को जी भी उनके सुसर साफ भी यही आई हुए हैं
13:22वोग बाहर से भी आई हैं वे यही रह रहे थे
13:24तो आपके हिसाब से कुल कितने लोग रहे हैं
13:28तो आप ये देखिए काफी संख्या में अंदर लोग रह रहे थे 25 थे 30 थे
13:37इसको लेकर के अभी इग्जैक्ट नंबर सामने नहीं आया है
13:40इस हादसे में एक ये परिवार के आठ लोगों की मात हो गए हमारे समवादता
13:46सुशांत महरो के रिपोर्ट आपको देखाते हैं
14:16जान जो है वो गवाचुके घर के अंदर आप देख सकतें किस तरीके से
14:20परिवार वालों का रो रो कर की बुरा हाल है वो इस हादसे को लेकर कि क्या कुछ सोचते हैं
14:26ये बताइए कि जब ये हादसा हुआ परिवार के किटने लोग महा मौझूद थे
14:32क्या कुछ कैसे हदसा ये हुआ
14:34देखो जे मालूम नहीं था हमें
14:37हम तो अपने यहाँ थे
14:39अपने घर
14:39फोन आया था
14:41अपनों ऐसे से मकान किरिया है
14:45तो इसलिए गए
14:46अन्य और इसके आगए मुझे कोई मालूम नहीं है
14:49तो अग परिवार के कितने
14:50लोग रहते थे क्योंकि ग्यारा लोगों की जान गई है
14:53आपके परिवार के सबसे ज़्यादा लोग
14:54जो है वो बताए जारे कौन-कौन लोग
14:56उसमें
14:57एक मेरे चाचा थे
14:59अरे एक
15:02चाचा के सुसर थे
15:03एक भाई था
15:06भाई की घरवाली थी
15:08तीन बच्चे थे उसले
15:09मुस्तफाबाद इलाके में
15:14मारत गिरने की घटना के बाद से
15:16इस्थानीय विधायक भी मौक्यों पर पहुँचे
15:18और सरकार से जिम्यदार अधिकारियों पर
15:20कारवाई की मांग की वही इस मामले में
15:22आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच में सियासत भी शुरू हो गए है
15:25बीजेपी ऐसे हाथसों के लिए
15:26एमसीडी को जिम्यदार बता रहे है
15:28जो कि आम आदमी पार्टी के अंदर आती है
15:30ये केवल दुरगटना नहीं है
15:34ये आपर आधिक लापरवाई है
15:35इसके लिए अधिकारी और बिल्डर जिम्यदार है
15:38और इन में से किसी को बक्षा नहीं जाएगा
15:41इन में से किसी को छोड़ा नहीं जाएगा
15:42और जिस प्रकार आप देख रहे हैं
15:44इस पूरे इलाके में छैचे मंजिल 7-7 मंजिल अवैद निर्मान है
15:47ऐसा मुस्त्वाबाद में, सीलमपुर में, जाफराबाद में, जामिया मिलिया में, सीमापुरी में और पुरानी दिल्ली में
15:53ऐसे सारे इलाकों में ये अवैद निर्मान दिल्ली में चल रहे हैं
15:56हमने MCD कमिशनर को यहां पर बुलाया है
15:58और ये सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी अधिकारी बक्षाना जाए और जहां भी इस प्रकार के अवैद निर्मान चल रहे हैं दिल्ली में उन सब के उपर कारवाई की जाएं
16:06बनाने वाले लोग इतने उदासिन क्यों है अपने घर को लेकर की जहां तक मुझे पता चल रहा है कि ये चार इंच की ही और पाच इंच की दिवाल पे चार मंजिल बिल्लिंग बन गई थी तो जो लोग बनाएं वो कम से कम बिल्लिंग को सुरक्षित तो बनाएं और ये एक �
16:36कि वो सब का ये असर है और मुझे दुख इस बात का होता है कि लगातार ऐसे बिल्लिंग गिरती है लोग छुप छुपा के अपनी बिल्लिंग बनाते हैं बिल्लिंग बनाने के लिए इलीगल तरीके से पैसा लिया जाता है और इतनी बड़ी दिल्ली के इतनी अधिकारियो
17:06हम लोग अभी बीजेपी की सरकार बनी है इनके तह तक जाना चाहिए
17:11इमारत गिरने के बाद बहुत सारे सवाल हैं दिल्ली में जो खड़े हो रहे हैं कि कितनी सुरक्षित हैं दिल्ली की इमारत हैं
17:19विशेश में आज की रबस इतना ही लेकिन देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए आप देखते रहे हैं आज तक लेकिन ठीक आट बजे आपको दिखाएंगे बहस बाजी कर

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