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  • 2 days ago
Apradh Ka Jahan: सीलमपुर में दहशत पैदा करने के लिए कत्ल?

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00:00नमस्कार आप देख रहे हैं आज तक डिजिटल और मैं हूँ आपके साथ अनूप आकाश वर्मा मेरे साथ है क्रैंटक के डिप्टी एडिटर चिराग गोठी चिराग बहुत बहुत स्वागत है आपका
00:08उत्तरपूर्वी दिल्ली का सीलमपूर इलाका सीलमपूर इलाके में एक नाबालिक लड़के की हत्या हो जाती है और उसके बाद जब विरूत प्रदर्शन होता है नियाए की गौहार लगाते हुए
00:24तो एक मकान पर हाथ से लिखा हुआ एक टेंप्लेट अचानक से सुर्खियों में आ जाता है और उस पर लिखा हुआ है कि ये मकान बिकाओ है और योगी आदितनाथ से भी और रेखा गुपता जो दिल्ली किसी है में उनसे प्रदान मंतरी मोधी से सबसे गौहार लगाई �
00:54का मर्डर हुआ और इसमें एक लेडी डॉन का नाम सामने आ रहा है इसके इलावा इस पूरे केस में चार से पांच आरूपी है जिनकी पुलिस जाच कर रही है नौट इस डिस्टिक पुलिस जो है इसकी जाच कर रही है और अभी तक हाला कि सफलता तो कोई नहीं मिली है ल
01:24कर रही है इसको तो इस तरह की बात है अब हाला कि पुलिस वहाँ पर इसको लेकर तनाव हो गया और लोगों ने कई पोस्टर लगाई इसमें का है
01:33क्वी शुक्री मुसलिम बहूल एलाका है, बिस्कली वो.
01:35� combustलिम बहूल एलाका है.
01:37मिशृत, जो है, जन संख्या महाँ पर रहती है,
01:39ऐसी बात नहीं है.
01:40लेकिन ये बात सच है कि मुसलिम बहूल है.
01:42महाँ पर हम अकतर लेखते हैं कि
01:44महां हमेशा सुर्ख्यों में रहता है
01:46sensitive boot उसको कहा जाता है
01:47sensitive buddhan saba उसको कहा जाता है
01:50लेकिन अब सवाल इ Tiya उटता है
01:51कि काफी समय से लोग
01:54एक साथ मिल जोलकर रह रहे हैं
01:56business कर रहे हैं, काम कर रह रहे हैं
01:57प्यार महबबत से रहते हैं
01:59लेकिन ये बात सच है
02:14investigation होनी चाहिए आरोपी कोई गिरफतारी होनी चाहिए
02:16वहाँ कानूं का राज
02:18स्थापित करने की पूरी कोशिश कर रही है
02:21पुलिस, parameter forces के जवान मौजूद है
02:22ठीक है जिनके घर का गया है
02:24obviously वो तो विरोध करेंगी वो कैसे
02:26आरोपी कौन है, मतलब एक लेटी डॉन का भी
02:29मैं नाम सुन रहा हूँ, कौन है
02:31क्यों ये
02:31कुछ तस्वीर साफ हो पारी, कुछ समझ में आ रहा है
02:34देखिए वहाँ अभी तस्वीर साफ नहीं है
02:36क्योंकि investigation के बारे में भी बोलना ठीक नहीं है
02:38क्योंकि जहां चाभी की जा रही है
02:40और कई एंगल पर की जा रही है
02:41जहां तक बात है, कि जो तक्ति हमने देखी
02:43कि सेलमपुर में हिंदू सुरक्षित नहीं है
02:44इस तरह की बाते लिखे जा रही है
02:45ये बात सच है कि कुछ ऐसे लोग है
02:50जो जिनके मन में
02:53ये
02:54एक तरह से कहा जाए
02:56वो सोचते हैं इस तरह से
02:58अगर खासकर मैं
02:59एक कम्यूटी की बात करो तो
03:01हिंदू की बात करो तो वो सोचते हैं
03:03कि क्या अब हम सेफ हैं इस तरह की बाते करते हैं
03:05और हमने देखा 2020 में हमाँ दंगे हुए
03:07उसके बाद क्या हालात हुए थे वहाँ पर आप भी वहीं रहते हैं हम लोग वहीं रहते हैं तो हमें पता थे हैं वहाँ क्या हालात हुए थे तो ये एक अविश्वास की जो भावना है वो तो है ही और इसमें अब वो किसका कसूर है क्यों है ये तो सदीर से इसके बारे में �
03:37अन्वरत होते होने वाली चीज़ बन गया है
03:39यह विशय नहीं है
03:41विशय ख़बर इसलिए बड़ी हो गई
03:43चुकि वो जो पोश्टर लगा
03:45कि सुरक्षा की जो भावना है
03:47मकान बिकाऊ है
03:48योगी जी, मोदी जी, रेखा जी
03:51हमको बचा लीजिए
03:52यह जो चीज़ है
03:53यह क्या इशारा कर रही
03:56इस चीज़ को आपने कितना
03:58महसूस किया
03:59यह बस सच है कि 2020 के बाद
04:01दंगों के बाद माई स्थिती बदली है
04:02और काफी लोग, खासकर हिंदू लोग छोड़ कर चले गए है
04:04वो इसलिए क्योंकि
04:05पॉपुलेशन जादा है वहाँ पर
04:07और उनको ऐसा लगता है कि
04:09यहां दंगे हुए ते अविश्वास पैदा हुआ था
04:11तो इस बेटर कि हम चले जाते हैं यहां से कहीं और रहेंगे हम जाकर
04:13यह बस सच है, लेकिन यह ऐसा नहीं है
04:15है, जो यह सथिति अगर ऐसी इसका प्रेजन कर दी जाए
04:24है
04:28मैंने बताया, बैपार करते हैं एक दूसरे के साथ मिलकर
04:31कुछ लोग जरूर है, जो इस तरह की सोच रखते हैं
04:34इसमें कोई दो राएbabनी आइने है
04:34और एक बात मैं आपको और क्लियर कर देना चाहता हूँ, इस पूरे अपने विशो उठाया है, कि महौल खराब नहीं होना चाहिए, किसी भी सेंस में, और हमारा भी दायत तो है कि इस तरह का हम कोई बात ना बोलें, जिससे महौल खराब हो पहली बात, दूसरी बात, कुनाल क
05:04सिलमपूर में रात की बात, सिर्फ सिलमपूर की बात नहीं को, बहुत इलाके हैं, हम लोग शादरा, नंदनगरी, सीमापूरी, यह सब ऐसे इलाके हैं, जहाँ पर रात में आप देखें, पुलिसिंग नहीं होती, शर्म आती कहते हुए, कि दिल्ली पुलिस नाकाम साबित
05:34अगर यह सब चीज़े चल रहे हैं, तो अनुप इसके लिए जिम्मधार कौन है, वो लोग जो बेच खरीद रहे हैं, और वो लोग जिनकी जिम्मधार है इसको रोकना, और वो पुलिस की जिम्मधार है, यह सब चीज़े नहीं कर पा रहे हैं, मैं तो अपना ही आपको एक
06:04तो मैंने वहाँ सम्मंदित जो जिसके ड्यूटी है ट्रैफिक जो इंचार जमा कि मैंने फोन मिला है मेरे पास नंबर था मैंने परिचे दिया मैंने कहा कि इस तरीके इस्तिति है साब इसको आप कुछ है कहरें देखो जी इस टाइम यहां फे कोई नहीं होता क्या टाइम था
06:34कोई वेबस्ता नहीं होती है इस टाइम तो मुझे गुस्ता है मैंने पिर मैं आगे ट्वीट कर रहा हूं इस चीज को नहीं का जो मन में आये वो कर दीजी इस टाइम कुछ नहीं होता तो अगर इस तरीके का रवया अगर प्रशासन का रहेगा यह तो मैं एक छोटी से घ�
07:04लिए बिचानी परशासन की जिम्मेदारी है भरोसा सुनुश्यत करें वही तो मैं चाह सब्सक्रा करें लेकिन
07:30कि चैंसे मैंने का ये अविश्वास कुछ लोगों में है इसमें कोई दोड़ा हैं नियू वही शायद कुछ लोग थे जो वहां काड़े हो गए लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं नू कि वहां ऐसी हालात है कि हिंदु-मुसल्मान होता है ऐसा कुछ नहीं है
07:40कुछ भी नहीं है, मैं वहाँ बिल्कुल हम लोग तो रहते हैं, वहाँ ऐसा कुछ भी नहीं है, ठीक है, अपरी अगहटना जरूर इतरी 2020 में, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, लेकिन इतना मैं जरूर एक बात कहना चाहूंगा कि, जो रात में क्राइम होता है वहाँ पर, उसको �
08:10staff नहीं होता वही एक Corona स्टाफ नहीं है वही एक Corona की हमारे पास
08:14जो है वो कितने लोगों को parest करें रोज तो यहां पर आप देखीए महाज़ा के हतियार अवैद
08:19तरजी के से लोग हतियार लazar ले रारा है ऐन रहे हैं तो नजाने कहां से आ रा रहा है
08:25गन कल्चर तो ऐसा हो गया है
08:26कोई पिस्टॉल ये घूम रहा है
08:28अब देखिए भी मर्डर हुआ पीछे दिल्ली के शाधरा है
08:31अब जो महिला का मर्डर हुआ है
08:33बहुत बुरा हाल है
08:37जैंक वहां से चल रहे है
08:38और पुलिस सो रही है
08:40मैं आपको फैक्ट बता दू
08:41ये तो दिल्ली पुलिस कमिशनर को
08:43इसमें संग्यान लेना चाहिए
08:44सक्ट एक्शन लेना चाहिए
08:45ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ जिनकी ड्यूटी है वहाँ पर
08:47आप कर क्या रहे हैं
08:48और अगर आप कर रहे हैं
08:49आप जो कर रहे हैं वो नाकाफी
08:51आप तो इतने समय से देख रहे हैं दिल्ली पुलिस को
08:54नस्दीक से
08:55क्या समस्य आपको समझ में आ रही है
08:57मैं तो इतना जानता हूँ
09:02कि चाहे कोई भी कप्तान हो डिसेपी हो
09:04कोई भी थाना परभारी हो
09:05निश्क तो पर वो ये तो नहीं चाहता कि उसके अपने थाना इलाके में
09:09अराजक्ता फैले
09:10धंगा फसाद लोग मारे पीटे
09:12जिब कत्री हो चेनेटी हो वो तो नहीं चाहता
09:14जब कोई चाहता ही नहीं तो ये हो कैसे राये
09:17इसलिए हो रहा है, एक तो स्टाफ की कमी होती है
09:19एक बीट के ओपर इतना बड़ा एरिया उसको दे रखा है बीट कॉंस्टेबल को
09:23कि वो मैनेजी नहीं कर पाता, सैलरीज कम है
09:26उनकी ड्यूटीज आर अजीब से होते हैं
09:28क्योंकि स्टाफ कम है तो नैचुरली एक आदमी को ज्यादा ड्यूटी करनी पड़ती है
09:32और यह आज की प्रॉब्लम है, कब से चलिया रही, तमाम सी फारिशे हो चुकी है
09:35उसके बावजूद कुछ नहीं होता, इसके अलावा आपको पताता हूँ
09:38पुलिस वालों को फठीक निपताने, इतनी फठीके निपताते रहता है
09:41कि उनको मेन काम करने का समय मिलता है तो, ठीक है, कर लेते हैं थोड़ा बशnos
09:45लेकिन अब आप सोचीए, किसी ठाने में अगर सटा चल रहा है
09:48किसी थाने में अगर शराब भिकरी है, किसी थाने में अगर ड्रग्स आ रहा है, तो यह किसकी जम्हेदारी है?
09:54पुलिस कहती है भई हम कंट्रोल करते हैं, आए दिन पकड़ते हैं, अच्छी बात है पकड़ते हैं, हम देखता भी, ऐसा नहीं है, ये कहे कि कुछ नहीं काम कर रही, ऐसा भी नहीं है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना वाकई है, और जो बहुत कुछ होता ना, उसी के अंदर
10:24मैंने भी कह दी कि ये गटनाएं नहीं रूकेंगी, तो ये रूकेगा कौन?
10:27हम वो गटनाएं करते रहें, ये अपनी जाच करता रहें, वा हम यहाँ बाते करते रहें.
10:31पुलिस जो है, वो उसका काम है कि सड़क पर मौझूदगी है, पहली बात.
10:34दूसरी बात, सड़क पर जो क्राइम होना चाहिए, वो नहीं होना चाहिए, पुलिस का इदायत पर.
10:40अब कुछ पर्सनल क्राइम है, मान लिजए, मेरी आपसे दुश्मनी है, मैंने आपको मार दिया.
10:43तो जब मेरी आपसे दुश्मनी, इसमें दिल्ली पुलिस क्या करेगी, आपकी और मेरे के मन के अंदर घुश्च जाएगी, क्या आपकी दुश्मनी को ये नहीं कर सकती.
10:49हाँ, अगर सडक पर गोली चल रही है, लूट पार्ट हो रही है, सडक पर निवसेंस क्रीयेट हो रहा है, सटा चल रहा है, डर blindfolds भिक रहा है, शराब भिक रही है, तो ये तो भीया पुलि yolसे जबाब दे, अवैध हतियार आ रहे हैं तो, पुलिस दी बताएगी
11:01कि कहां से आ रहे हैं, क्यों हो आ रहा हैं, कारवाई जरूर बेसे करते हैं
11:22किया करें या हमने चार दिन रुखती है पाच उए दें फिर इसकी डूटी जहाँ बैरिकेट लगा घते हैं वह बारताटी हो जाती है तो यह तो चूहे और
11:31वर्षा किया बिल्ली वाला खेल है पुलिस का तो बही जहां आपने बैरिकेड लगाए करेंगे में दूसरी तो यह चलता रहता है
11:47फिर priority बदल जाती है, फिर कोई और घटना हो जाती है, फिर meeting आ रही है, फिर उनकी fatigue है, फिर coatों में उनको जाना पड़ रहा है, इतनी सारी दिक्कते हैं, जिसका मतलब मैं क्या बता हूँ, कि इसका यही हो सकता है, और ऐसा नहीं है, सब को पता है, उपर से लेकर नीचे तक क
12:17सरफ पुलिस के साथ ही नहीं है, हर एक फिल्ड में इस तरह की चुनौतियां जहिलने पड़ते हैं लोगों, और इसका नतीज़ यह होता है, कि इस थरीके के क्राइम होते हैं, जो दिल्ली के चेहरे पर एक बद्रुमत दाखती तरह होते हैं, देश की राजधानी दिल्ली,
12:47बड़ी चिंता का विशय है और इसको लेकर दली पुलिस को गंभिरता से सोचना होगा, बहुत बहुत शुक्रिया शिराथ, इस तमाम जानकारी के लिए, यहां रुक रहे हैं, लेकिन आप कहीं जाईएगा नहीं, बने रही हमारे साथ, देखते रहे हैं, आज तक डिजि�
13:17उस समय तो continue नहीं कर सकता था, तो freeze frame टाइप का हो गया, कसम पैदा कर दो

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