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  • 5 days ago
सुप्रीम कोर्ट में वक्फ कानून पर जोरदार बहस, केंद्र से मांगा गया स्पष्टीकरण

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00:00वफ कानून को लेकर आज सुप्रीम कोट में जोरदार बहांस होई।
00:03दोनों तरफ के वखीलों ने अपने अपनी दलीले दी, मुखिनाय धीश, संजीव, खन्ना की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने पहले जमियत हो लेमाए हिंद के अध्यक्ष अर्शद मदनी के वखील का पिंसिबल को सुना और उसके बाद उन्होंने सरकार का पक
00:33के लिए असंभव होगा अधिकांश मस्जिदें वक्ष बाय यूजर के तहट वक्ष की संपत्ति है इस पर सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि इन मस्जिदों को रजिस्ट्रेशन कराने से किसने रोका है सुप्रीम कोट ने पूछा कि अगर सरकार कह दे कि ये सरकारी जमीन पर है
01:03वक्ष कानून को लेकर सुप्रीम कोट में करीब दो घंटे बहस चले इस बहस के बाद सुप्रीम कोट ने कहा कि क्या क्या कहा अधर आपको वह हम दिखाते हैं
01:12सुप्रीम कोड ने कहा कि वफ की वैदता पर स्पश्टी करन दीजे
01:16वफ बाई यूजर मामले में रेज्ट्रेशन कैसे होगा
01:19वफ बाई यूजर संपत्ती का क्या होगा
01:22वफ बाई यूजर घोशित होगा या नहीं होगा
01:26ये भी कोड की तरफ से जानना के लिए इक्षा व्यक्त की गई है
01:30वफ बाई यूजर संपत्ती का दुर्पयोग संभव है
01:33घैर मुसलिम बोर्ट में शामिल होगे या नहीं होगे
01:36हम धर्न निर्पेक्ष हैं हमारे लिए सब बराबर हैं
01:40क्या मुसल्मानों को हिंदू बोर्ट में शामिल करेंगे
01:42क्या दो दो पदेन सदस से मुसलिम होगे
01:45अन्य सदस भी मुसलिम होने चाहिए
01:47ये बाते कोड की तरफ से कही गई है
01:49क्या मुसलिम को हिंदू बोर्ट में शामिल किया जाएगा
01:51कि इसमें ये प्रावधान रखा गया है और क्या दू प्लस टू पदेन सदस से जो है वो भी होंगे अन्य सदस मुस्लिम होने चाहिए अब कोड की तरफ से ये पूरा मामला पोड में है और इसलिए अब कोड में दलीलों का दौर चलागा आज क्या क्या हुआ हम आपको बता �
02:21में तीन पॉइंट्स थे तीन बिंदोते हैं पहला ये था कि जो वख बाई यूजर है वो अगर किसी कोड के द्वारा या अदरवाइस किसी और एथॉरिटी के द्वारा वख डिक्लेरड है तो उसको डिस्टर्ब नहीं किया जाएगा तिल डिपेंडेंसी सेकिंड बात उ
02:51तीसरी बात उन्होंने कॉंस्टिटिउशन ऐफ सेंटल वख कांसिल और स्टेट वख बोर्ड्स पे ओरडर पास कर रहे थे उसमें उन्होंने कहा कि जो एकस उफिशो मेंबर हैं कांसिल में और बोर्ड में वही रहने दिए और नॉन मुसलिम मेंबर्स का जो आपका नया अ
03:21पे कल दो बजे के लिए मैटर और जौन हो गया
03:24सुप्रीम कोड की टिपणी से पहले याचिका करताओं और सरकार के वकील के बीच तीकी वहस हुए
03:31याचिका करता की वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि अब ये 300 साल पुरानी संपत्ती की डीड बागेंगे
03:37जो संभव नहीं है
03:38तो सॉलिसिटर जनरल तुशार महता ने कहा कि वक्फ संपत्ती का रजिस्ट्रेशन अनिवारे है
03:43कपिल सिब्बल ने कहा धारा 3 आर वफ की परिभाशा में राज्य का हस्तक्षेप असन वेधानिक है
03:51इस पर तुशार महता ने कहा कि कानून का उदेश्य वफ का नियमन है ना कि धारमिक हस्तक्षेप
03:58कपिल सिब्बल ने ये वी कहा कि धारा 3A महिलाओं की संपत्ती के अधिकार में दखल है
04:05इस पर तुशार महता ने कहा कि किसी भी तरह के विवाद में नयाई समिक्षा का अधिकार बरकरार है
04:23इस पूरे मामले में आज ज़ा सुप्रीम कोट में क्या क्या हुआ और किसने क्या कहा वो सरल शब्दों में हमारे समवादाता संजजश शर्मा से सुनिया
04:32जिया बिल्कुल यह वैसा ही मामला है कि आप सुनार के पास सोना लेकर जार कहें कितना खरा है कितना खोटा है
04:39तो उसे अपनी कसोटी पर उसे खीचना पड़ता है और जब वो सोने की रेखा बनती है उससे पता चलता है वो पार्खी बता देता जोहरी बताता है इसमें इतना खोट है इतना खरा है यहां भी ऐसा ही है कि आते ही आप सिर्फ अपनी दलिलें दे और बोले साब इस पर रोक
05:09पास जो कसावटिया है जो समविधान और कानून की कसावटिया है जो हमारे प्रक्रिया की कसावटिया है उसको हम पूरा करेंगे लगातार वो नहीं कोट नहीं ये भी कहा कि जब हम इस कोट में जज की कुरसी पर बैठते हैं तो हमारा कोई धर्म नहीं होता है हमारा सिर्फ स
05:39वक्फ डीड को मान्यता दी है वो चाहे रजिस्टर्ड हो या नहीं रजिस्टर्ड हो उसको डीनूटिफाई नहीं किया जा सकता है इसके साथ ही जहां तक सरकार ने कहा था कि जल्दी जल्दी रोज़ाना के बेसिस पर सुनवाई करके इसे निप्टाया जाए जल्दी कोट �
06:09Registrate चुकि उनके पास जमीन का सारा हिसाब किताब रहता है तो डियम उस पर इंक्वाइरी करेंगे और डियम उस पर जांच करेंगे कि क्या विबाद है या नहीं है क्या विबाद है असली मालिक जमीन का कौन है

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