वाहनों से ढोते हैं पानी. . .तो बुझती है हलक की प्यास

  • last month
वैशाली नगर पंपिंग स्टेशन के सामने सरकारी नल से लाना पड़ रहा पानी

- टूव्हीलर-मारूति वेन में प्रति सप्ताह लाते हैं पानी
अजमेर. शहर में भले ही 24 से 48 घंटे में जलापूर्ति के दावे किए जाते रहे हों लेकिन हकीकत इससे कतईउलट है। लोगों को 2 से 5 किलोमीटर दूर से पीने के पानी का जुगाड़ करना पड़ रहा है। कहीं दुपहिया वाहनों से तो कहीं मारुति वेन में बर्तनों को भर कर पानी भरकर लाया जा रहा है।

हालांकि जलदाय विभाग का दावा है कि मांग के अनुरूप बस्ती व दूरस्थ इलाकों में पानी की सप्लाई सरकारी टैंकरों से की जा रही है। लेकिन लोग बताते हैं कि उन्हें निजी स्तर पर राशि खर्च कर पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ती है। रातीडांग, ईदगाह, किसान कॉलोनी, आजाद नगर क्षेत्र में पानी नहीं पहुंच रहा। कभी आता भी है तो कम प्रेशर से कुछ ही देर के लिए।
केस-एक: हर तीसरे दिन आते हैं
मारुति वेन में सप्ताह में दो बार बर्तन भर कर लाते हैं। यहां वैशाली नगर पंपिंग स्टेशन के सामने एक सरकारी नल से पानी भर कर ले जाते हैं। संयुक्त परिवार है। बार-बार पानी की मांग होती है। ऐसे में बड़े बर्तनों को वेन में रखकर यहां लाते हैं और पानी भर कर ले जाते हैं। हर तीसरे दिन पानी भरने आना पड़ता है। यहां केवल पीने का ही पानी भरते हैं। नहाने-धोने के लिए निजी स्तर पर टैंकर मंगवाते हैं। टैंकर वाले गर्मियों में 500 रुपए तक प्रति टैंकर राशि वसूलते हैं।

Recommended